PM Modi: भाजपा के दो पुराने दोस्त दे सकते है कांग्रेस का साथ!

PM Modi: भाजपा के दो पुराने दोस्त कांग्रेस का साथ दे सकते हैं। दोनों पुराने दोस्तों से दोस्ती टूटने की वजह से राज्यसभा में अपने पसंदीदा बिल पास करवाना भाजपा के लिए मुश्किल होगा। इस बार लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा का प्रदर्शन बहुत खराब रहा। भाजपा की अपेक्षा के मुताबिक चुनाव नतीजे नहीं आए। 2019 में 303 सीट जीतने वाली भाजपा 2024 में 242 में आकर अटक गई, चंद्रबाबू नायडू(TDP), नीतीश कुमार(JDU) और चिराग पासवान(LJP) के सहयोग से भाजपा ने बहुमत से सरकार बनाई है। मगर बात राज्यसभा की करें तो आने वाले मानसून सत्र में भाजपा को अपना पसंदीदा एक बिल भी पास करवाने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा यह स्वाभाविक है। 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने ऐसे 2 सहयोगी को दोस्त में से विरोधी बना दिया जो पहले अक्सर एनडीए में न होने के बावजूद भी राज्यसभा में उनका हमेशा समर्थन करते थे और बिल पास करवाने में हमेशा सहयोग करते थे।

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जी हां, हम बात कर रहे हैं वाईएसआर कांग्रेस नेता एवं आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी और ओड़ीसा के पूर्व सीएम एवं बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक के बारे में, इन दोनों नेताओं को अपने-अपने राज्यों में विधानसभा चुनाव हारे। 2024 के लोकसभा चुनाव के साथ ओडिशा और आंध्र प्रदेश के विधानसभा चुनाव भी हुए थे।ओड़ीसा में नवीन पटनायक का भाजपा से सीधा मुकाबला हुआ जिसमें बरसों से ओडिशा की सत्ता में काबिज नवीन पटनायक को हराने में भाजपा कामयाब रही। आंध्र प्रदेश में जगनमोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस का सीधा मुकाबला एनडीए गठबंधन से रहा जिसका प्रमुख चेहरा TDP नेता चंद्रबाबू नायडू थे। आंध्र प्रदेश में एनडीए चंद्रबाबू के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जिस गठबंधन में भाजपा शामिल था और जगनमोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस को एनडीए गठबंधन से करारी शिकस्त मिली। TDP केंद्र सरकार में भी बीजेपी की सहयोगी है और उनके कोटे से मंत्री भी है। एक समय यह दोनों नेता भाजपा के दोस्त हुआ करते थे l एनडीए में न होने के बावजूद भी मोदी सरकार के ज्यादातर बिलो का समर्थन करते थे। लेकिन विधानसभा चुनाव के बाद स्थिति बिल्कुल बदल चुकी है। यह दोनों नेता अब भाजपा को समर्थन नहीं करेंगे यह तय है।

राज्यसभा का सटीक विश्लेषण

BJP Rajya Sabha seats:देखा जाए तो राज्यसभा में नवीन पटनायक के नव सांसद है और जगनमोहन रेड्डी के 11 सांसद है कुल मिलाकर 20 सांसद है जो राज्यसभा में बीजेपी का समर्थन नहीं करेंगे। बीजेपी कितना भी संघर्ष कर ले लेकिन राज्यसभा में बहुमत के आंकडे तक नहीं पहुंच पाएगी। आने वाले दिनों में राज्यसभा की खाली पड़ी हुई 11 सीटों पर चुनाव होने वाले हैं मौजूदा समीकरण को देखें तो भाजपा इनमें से 6 सीटे जीतने में कामयाब रहेगी। इनमे से चार नॉमिनेटेड राज्यसभा सदस्य भी भाजपा को समर्थन करेंगे। फिर भी बीजेपी से राज्यसभा में बहुमत हासिल नहीं होंगा। हाल एनडीए के पास राज्यसभा में 101 सांसद है और बहुमत से 13 सीट और एनडीए को चाहिए।

PM Modi की इस कमजोरी का फायदा कांग्रेस उठाएगी। क्योंकि जगमोहन रेड्डी और नवीन पटनायक के कुल मिला के 20 सांसद भाजपा का समर्थन नहीं करेंगे और शायद कांग्रेस का साथ भी दे सकते हैं। जम्मू कश्मीर से राज्यसभा के चार सीटों के चुनाव अभी बाकी है। 22 जुलाई के बाद मानसून सत्र में बीजेपी कौन से बिल लाती है सबकी निगाहें इसी पर टिकी हुई है।

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